कान्हा के मुक्की गेट पर पर्यटकों और मजिस्ट्रेट के बीच विवाद, न्यायिक मजिस्ट्रेट ने गेट पर रोक ली जिप्सी
बालाघाट
विश्व प्रसिद्ध कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के बालाघाट अंतर्गत मुक्की गेट में शनिवार की सुबह बैहर सिविल न्यायालय के न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) और पर्यटकों के बीच ‘हाई वोल्टेज ड्रामा’ हो गया। ये ड्रामा लगभग तीन घंटे तक चला। इटली, गोवा, फ्रांस सहित देश-विदेश से कान्हा की खूबसूरती का दीदार करने पहुंचे थे। मुक्की गेट पर 170 से अधिक पर्यटकों और न्यायिक मजिस्ट्रेट के बीच तीखी बहस हो गई। हालात बिगड़ते देख वन विभाग, कान्हा प्रबंधन और बैहर पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। दरअसल, मामला न्यायिक मजिस्ट्रेट दयाल सिंह सूर्यवंशी मुक्की गेट में पर्यटकों की गाड़ियों की चेकिंग से जुड़ा है।
सुबह-सुबह जांच करने पहुंच गए पर्यटक
सुबह करीब 5.30 बजे सूर्यवंशी मुक्की गेट पहुंचे और कान्हा के अंदर जाने वालीं जिप्सियों के दस्तावेज और लाइसेंस की चेकिंग शुरू कर दी। इस पर जिप्सी चालकों ने न्यायिक मजिस्ट्रेट को गाड़ी के वैध दस्तावेज कान्हा प्रबंधन के पास होने तथा परमिट होने की जानकारी दी। इसके बाद भी मजिस्ट्रेट चेकिंग की जिद पर अड़े रहे।
इस दौरान देश-विदेश से आए पर्यटक सफारी का समय निकलने तथा सफारी के बाद गाड़ियों की चेकिंग का गुजारिश करते रहे, लेकिन मजिस्ट्रेट की जिद कम नहीं हुई। इसके बाद पर्यटक न्यायिक मजिस्ट्रेट पर भड़क गए और उन्होंने सूर्यवंशी को घेर लिया। पर्यटकों ने सूर्यवंशी से चेकिंग से जुड़ा आदेश दिखाने कहा। पर्यटकों ने मजिस्ट्रेट पर ‘देख लेने’ की धमकी देने का आरोप भी लगाया है।
बात करने पर बिजी मिले मजिस्ट्रेट
इस संबंध में न्यायिक मजिस्ट्रेट दयाल सिंह सूर्यवंशी से उनकी प्रतिक्रिया जानने फोन पर संपर्क किया। उन्होंने ‘अभी कोर्ट टाइम है। अभी लाइव कोर्ट चल रही है…’ कहकर फोन रख दिया। कान्हा के फील्ड डायरेक्टर पुणित गोयल ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद समझाइश देकर पर्यटकों को शांत कराया गया है। पर्यटकों को वाहनों से कान्हा भ्रमण के लिए रवाना किया गया।