छत्तीसगड़

राज्यपाल डेका कलेक्टोरेट में अधिकारियों से चर्चा कर योजनाओं के क्रियान्वयन से हुए अवगत

रायपुर

राज्यपाल रमेन डेका  धमतरी जिले के प्रवास पर पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों से बैठक लेकर शासन की फ्लैगशिप योजनाओं की चर्चा की। राज्यपाल डेका ने कहा कि शासन की फ्लैगशिप योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर सुनिश्चित किया जाए तथा पात्र हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाए। बैठक में राज्यपाल डेका ने जिले में जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली।  

इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा आमजनों को जल संरक्षण की दिशा में जोड़ने एवं उन्हें जागरूक करने संबंधी तैयार किए गए लघु फिल्म को राज्यपाल डेका के समक्ष प्रस्तुत किया गया। राज्यपाल डेका ने कहा कि जिले में जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं, इसके लिए पूरा जिला प्रशासन बधाई के पात्र हैं।

राज्यपाल डेका ने जिले में ’’एक पेड़ मां के नाम’’ के तहत लगाए गए पौधों की जानकारी ली और कहा कि लगाए गए पौंधों को जीवित रखने लोगों को जागरूक करें। इसके साथ ही पौधों को संरक्षित रखें और इसकी जानकारी भी संधारित करें।

राज्यपाल ने जिले में टी.बी.उन्मूलन के तहत चलाए गए कार्यक्रमों की जानकारी ली। उन्होंने जिले में टी.बी.के कुल जांच, पॉजिटिव मरीजों की संख्या, निक्षय पोषण योजना के तहत लाभान्वित हितग्राही, निक्षय मित्र पंजीयन आदि के बारे में पूछा। राज्यपाल डेका ने कहा कि जिले के 10 टी.बी.मरीजों को निक्षय मित्र बन वे सहयोग प्रदाय करेंगे। इसमें रेडक्रॉस को भी जोड़ने की बात उन्होंने कही। राज्यपाल डेका ने जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवासों की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी आवासों को गुणवत्ता व समय का ध्यान रखते हुए पूरा करावें। साथ ही हितग्राही से संबंधित जानकारी की सूचना प्रदर्शित की जाए। राज्यपाल डेका ने एनसीसी को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि बच्चों को एनसीसी के प्रति प्रोत्साहित करें। एनसीसी से बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक क्षमता का विकास होता है।

बैठक में राज्यपाल डेका ने कहा कि लोगों को हेलमेट अनिवार्य रूप से लगाए जाने हेतु जागरूक करें। उन्होंने जैविक कृषि को बढ़ावा, स्वच्छता, बाल लिंगानुपात के प्रति जागरूकता, लड़कियों के स्कूल छोड़ने की दर को कम करने, बच्चों की शिक्षा, विशेषकर श्रमिक एवं अनाथ बच्चों की शिक्षा, जिले में पुस्तकालय एवं वाचनालय, सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण एवं राष्ट्र के महापुरूषों के प्रति सम्मान का भाव, असहाय, परित्यक्त वृद्धजनों की सहायता, भिक्षुकों को धार्मिक संस्थाओं और सामाजिक संगठनों के जरिए मदद करना, ग्रामीण एवं शहरी महिलाओं के कौशल का उपयोग कर उनकी आय बढ़ाना, स्व सहायता समूहों में महिलाओं की भागीदारी, नशा से ग्रसित लोगों के लिए सुधारात्मक उपाय, जनजातीय एवं वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा एवं चिकित्सा सुविधाओं का विकास तथा उन्हें मुख्य धारा में लाने के उपाय इत्यादि के बारे में विस्तृत चर्चा भी की। दूरस्थ क्षेत्र में रहने वाले जनजातीय समूह को बेहतर सुविधाएं मिले। जैविक खेती पर जोर देते हुए। किसानों को सब्जियां उत्पादन के लिए प्रेरित करें, जिससे किसानों को अपनी उपज का उचित और बाजार मूल्य मिले। बैठक में धमतरी जिले की कलेक्टर सुनम्रता गांधी, जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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