मुंबई में भी सांसों पर मंडराया संकट, सुबह से छाया घना कोहरा
मुंबई.
महाराष्ट्र के मुंबई में रविवार को घना कोहरा छाया रहा। पूरा शहर धुंध की मोटी परत से ढक गया। एफएएसएआर (वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली) के अनुसार, सुबह नौ बजे तक मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 179 दर्ज किया गया। एक्यूआई 179 को मध्यम क्षेत्र में माना जाता है। इस दौरान फेफड़े, हृदय रोग, अस्थमा से पीड़ित लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
चेंबूर में एक्यूआई 55 दर्ज किया गया है। डब्ल्यूटीपी भांडुप कॉम्प्लेक्स का एक्यूआई 114, आईएमडी कोलाडा में 200, फायर स्टेशन मलाड में 276, बापिस्टा गार्डन मझगांव में 176, बीएमसी शास्त्री गार्डन वर्ली में 250 , बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 180, बायकुला में 152, कांदिवली ईस्ट में 125, मुलुंड वेस्ट में 135, सायन में 125 और नवी मुंबई में एक्यूआई 135 दर्ज किया गया है। मुंबई के मरीन ड्राइव के पास घने कोहरे के बीच लोगों ने सुबह की सैर की। कोहरे और धुंध के बीच ही कुछ लोग अपनी नियमित सुबह की सैर कर रहे थे तो कुछ जॉगिंग और व्यायाम करते दिखे। घने कोहरे के कारण कई इलाकों में दृश्यता घटकर 500 मीटर से भी कम हो गई थी। ऊंची-ऊंची इमारते घने कोहरे और धुंध में छिप गई।
राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई 417
रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी घने कोहरे और धुंध में छिपी रही। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। इससे वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सुबह सात बजे दृश्यता सबसे कम 500 मीटर दर्ज की गई। उसके बाद दोपहर एक बजे 1500 मीटर हो गई। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 417 दर्ज किया गया। मौसम बदलाव के चलते हवा एक बार फिर से शनिवार को गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। सुबह से लेकर रात तक स्मॉग की चादर छाई रही। दिन चढ़ने के साथ ही हल्का स्मॉग छंटने लगा। इससे लोगों को सांस लेने के साथ आंखों में जलन महसूस हुई।