रामनगर नगर परिषद में पार्षद पद के रिक्त दो पदों पर हुए उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा के प्रत्याशी की जीत
मैहर
रामनगर नगर परिषद में पार्षद पद के रिक्त दो पदों पर हुए उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा के प्रत्याशी रहे पति एव पत्नी ने जीत दर्ज की है। दोनों पद इन्ही पति- पत्नी का निर्वाचन शून्य होने के कारण रिक्त हुए थे। रामनगर नगर परिषद के वार्ड नंबर- 11 के पार्षद पद पर भाजपा नेता राम सुशील पटेल और वार्ड नंबर- 2 के पार्षद पद पर उनकी पत्नी सुनीता रामसुशील पटेल ने उपचुनाव में भी जीत हासिल की है। राम सुशील ने कांग्रेस प्रत्याशी राम भुवन पटेल को 144 मतों से हराया। राम सुशील को 433 और राम भुवन को 289 वोट मिले। इसी तरह भाजपा प्रत्याशी सुनीता राम सुशील ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा संदीप गुप्ता को 17 मतों से पराजित किया। सुनीता को 616 और प्रतिमा को 599 मत मिले।
सुनीता पटेल थी अध्यक्ष
बता दें कि सुनीता पटेल पिछले चुनाव में जीत कर रामनगर नगर परिषद की अध्यक्ष बनी थीं, जबकि उनके पति राम सुशील पटेल पार्षद थे। दोनों के ही निर्वाचन को राम भुवन पटेल और प्रतिमा गुप्ता ने अलग- अलग याचिकाओं के जरिए अदालत में चुनौती दी थी। याचिका में पति- पत्नी पर शासकीय राशि के गबन, घोटाले और रिकवरी की जानकारी छिपाने का आरोप लगाया गया था।
हुआ था निर्वाचन शून्य घोषित
अमरपाटन के प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ने 8 नवंबर 2023 को दोनों याचिकाओं का निराकरण करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष रहीं सुनीता पटेल और उनके पार्षद पति राम सुशील का निर्वाचन शून्य घोषित कर दिया था। इस फैसले को पटेल दंपति ने हाईकोर्ट में चुनौती भी दी थी, लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली थी।
इसी बीच रामनगर नगर परिषद के अध्यक्ष समेत दो वार्डों के पार्षद पद रिक्त घोषित कर दिए गए और उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई। उप चुनाव के लिए भी पटेल दंपति ने अपनी-अपनी अभ्यर्थिता भाजपा प्रत्याशी के तौर पर पेश की और दो- दो नामांकन पत्र दाखिल किए। एक में उन्होंने इस बार भी तथ्य छिपाए, जबकि दूसरे में पूरा विवरण दिया। लिहाजा जानकारी युक्त दूसरा नामांकन मंजूर कर लिया गया और चुनावी मैदान में एक बार फिर सुनीता- राम सुशील ने जीत हासिल कर ली।