रोहित के बाद ऋषभ को टेस्ट कप्तान बनायें : कैफ
ऑस्ट्रेलिया दौरे में बुमराह पर रहेगा अधिक दबाव : घावरी
रोहित के बाद ऋषभ को टेस्ट कप्तान बनायें : कैफ
पीटरसन ने टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी कौशल में गिरावट पर चिन्ता जतायी
नई दिल्ली
गुजरे जमाने के बांए हाथ के दिग्गज तेज गेंदबाज रहे करसन घावरी ने कहा है कि भारतीय टीम के नये तेज गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया दौरे में लाइन व लैंथ के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। घावरी के अनुसार ऐसे में मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर ही पूरा दारोमदार रहेगा। भारतीय टीम इसी माह ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलेगी। घावरी ने कहा कि भारतीय टीम को अनुभवी तेज गेंदबाज मो शमी की कमी भी खलेगी। शमी फिट नहीं होने के कारण इस दौरे से बाहर हैं। ऐसे बुमराह पर ही पूरी जिम्मेदारी आ जाएगी। भारतीय टीम 22 नवंबर से 7 जनवरी तक ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट खेलेगा। इस दौरान तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व बुमराह करेंगे जबकि मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, प्रसिद्ध कृष्णा, हर्षित राणा जैसे गेंदबाज उनका साथ देंगे।
घावरी ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि नए खिलाड़ियों के लिए ऑस्ट्रेलिया में कठिन समय हो सकता है। घावरी ने कहा कि नए गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया में संघर्ष करेंगे। उनके लिए उन हालातों में गेंदबाजी करना बहुत मुश्किल होगा। शमी अगर होते तो बुमराह को अच्छा साथ मिलता पर वह वह वहां नहीं है। भारत केवल बुमराह पर निर्भर नहीं रह सकता है। सिराज वहां है और उसके पास कुछ अनुभव है पर बाकि 2 नए तेज गेंदबाजों को रखना आदर्श स्थिति नहीं है। घावरी ने कहा कि टेस्ट सीरीज के दौरान बुमराह काफी दबाव में होंगे और उन्हें सिराज से काफी समर्थन की आवश्यकता होगी। बुमराह और सिराज को नई गेंद से काफी बोझ उठाना होगा। आप तीसरे तेज गेंदबाज से यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वह अनुभवी लोगों की तरह प्रदर्शन करें। अगर वे तीन तेज गेंदबाजों को खिलाते हैं, तो आप अनिश्चित हैं कि तीसरा कैसा प्रदर्शन करेगा, इसलिए बुमराह और सिराज को निश्चित रूप से काफी प्रयास करने होंगे।
रोहित के बाद ऋषभ को टेस्ट कप्तान बनायें : कैफ
पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का मानना है कि कप्तान रोहित शर्मा के उत्तराधिकारी के तौर पर विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत सबसे बेहतर रहेंगे। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर भारतीय टीम की 3-0 से करारी हार के बाद रोहित की कप्तानी पर भी सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में भविष्य को देखते हुए रोहित के उत्तराधिकारी की भी तलाश की जा रही है।
इसी को लेकर कैफ ने कहा कि रोहित के पद छोड़ने के बाद आक्रामक बल्लेबाज ऋषभ को कमान सौंपी जानी चाहिए। कैफ ने कहा कि मौजूदा टीम से केवल ऋषभ ही टेस्ट कप्तान बनने की दौड़ में हैं। वह इसके योग्य है वह जब भी खेले, भारतीय टीम को आगे रखने में लगे रहे। वह जिस भी नंबर पर खेलने आएं, मैच जिताने वाली पारी खेलने के लिए तैयार रहेते हैं। उन्होंने सभी प्रकार की हालातों में रन बनाए हैं, चाहे वह इंग्लैंड हो, ऑस्ट्रेलिया हो या दक्षिण अफ्रीका। चाहे सीमिंग हो या टर्निंग ट्रैक, वह एक पूर्ण बल्लेबाज के तौर पर उभरकर आये हैं।
इस पूर्व क्रिकेटर के अनुसार मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ जब भारत को 147 रनों का पीछा करना था तब भी ऋषभ ने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया था। कीवी टीम ने तब तक दबाव महसूस किया जब तक वह विकेट पर था। कैफ ने कहा कि हाल के समय में इस यूवा ने अपनी विकेटकीपिंग में भी खासा सुधार किया है। उन्होंने आगे कहा कि जब ऋषभ अपना अंतिम टेस्ट मैच खेल रहे होंगे, तो वह एक दिग्गज खिलाड़ी के रूप में संन्यास लेंगे। उन्होंने दिखाया है कि पहले से ही उनकी कीपिंग में काफी सुधार हुआ है। जब तक वह क्रीज पर थे, न्यूजीलैंड को राहत नहीं लेने दी। इसी को देखते हुए मेरा मानना है कि वह कप्तानी के लिए सबसे बेहतर रहेंगे।
पीटरसन ने टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी कौशल में गिरावट पर चिन्ता जतायी
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी तकनीक में गुणवत्ता में आ रही कम पर चिंता जतायी है। पीटरसन ने सोशल मीडिया में कहा कि आजकल पारंपरिक बल्लेबाजी कौशल में गिरावट आई है। पीटरसन ने कहा कि किसी को भी टेस्ट मैच क्रिकेट में बल्लेबाजी अनुप्रयोग और तकनीक की कमी पर अब हैरान नहीं होना चाहिये क्योंकि क्रिकेट अब एक स्मैकर्स खेल है और खेल में ऐसे बल्लेबाजी कौशल नीचे आ रहा है।
पीटरसन की टिप्पणियां क्रिकेट में टी20 और सीमित ओवरों के प्रारूपों के कारण टेस्ट बल्लेबाजी की कला कमजोर होने को लेकर है। इससे पहले पीटरसन ने भारतीय टीम के अनुभवी बल्लेबाजों विराट कोहली और रोहित शर्मा को ट्रोल करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया। केविन ने रिकी पोंटिंग का एक बयान पोस्ट किया। जिसमें लिखा था कि अगर आपका टेस्ट क्रिकेट में औसत 35 के पास है और आप फिर भी खेल रहे हैं तो आपके पिता को आपको बास्केटबॉल या फुटबॉल शूज देकर इन खेलों को खेलने के लिए कहना चाहिए।
गौरतब है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान विराट और रोहित रन बनाने में असफल रहे। दोनों ही एक एक अर्धशतक ही लगा पाये। पीटरसन का यह बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि भारतीय टीम को आगामी दिनों में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तहत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। अगर इसमें विराट और रोहित विफल रहे तो इनका विकल्प तलाशना जरुरी हो जाएगा।