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बिहार-पटना में शारदा सिन्हा का कल राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार

पटना.

सीएम नीतीश कुमार ने पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह को निर्देश है कि राजकीय सम्मान के साथ स्व. शारदा सिन्हा के अंतिम संस्कार के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था ससमय सुनिश्चित करवाएं। लोकगायिका शारदा सिन्हा के निधन के बाद मुजफ्फरपुर के मड़वन प्रखंड स्थित उनके ननिहाल में शोक की लहर है। उनके ननिहाल वालों ने कहा वह पूरे परिवार की सबसे अलग थीं और सबको हंसाया करती थीं। सबका ख्याल रखती थीं। वह वर्ष 2014 में श्राद्ध कर्म में आई थीं। फुफेरे भाई ने बताया वह सबसे अनोखी थी। सबकी चहेती थी। छठी मैया ने उन्हें अपने पास बुला लिया। पूरे गांव में शोकर की लहर है।

जेपी नड्डा कल पटना आकर देंगे श्रद्धांजलि
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार शाम शारदा सिन्हा के राजेन्द्र नगर स्थित घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ होगा।

छठी मैय्या ने अपनी बेटी को बुला लिया
सुप्रसिद्ध लोक गायिका सुपौल की बेटी शारदा सिन्हा के निधन पर उनके पैतृक गांव हुलास में माहौल गमगीन है। शारदा सिन्हा के छोटे भाई डॉ पद्मनाभ शर्मा ने बताया कि बीती रात करीब 10 बजे जानकारी मिली कि उनकी बहन शारदा सिन्हा का देहावसान हो गया है। बताया कि अधिक रात होने की वजह से वह लोग रात में नहीं जा सके। बुधवार की सुबह वे लोग पटना के लिए  निकले। गांव में शोक की लहर है। मायके में छठ महापर्व नहीं हो पाएगा। मायके वालों ने कहा कि छठी मैय्या ने अपनी बेटी को बुला लिया है। 

राज्यपाल ने निधन पर जताया शोक
लोकगायिका शारदा सिन्हा ने निधन पर बिहार भाजपा की ओर से कहा गया कि मां सरस्वती की वरदपुत्री, पद्म श्री, बिहार कोकिला शारदा सिन्हा से बिहार ही नहीं पूरे देश को अपूरणीय क्षति हुई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उनके जाने से लोक संगीत का एक अध्याय खत्म हो गया। वहीं बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर शारदा सिन्हा के निधन पर दुख जताया है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंत्री नितिन नवीन, अश्विनी चौबे विनम्र ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

सीएम नीतीश बोले- अपूरणीय क्षति हुई है
बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार कल होगा। पटना के राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास पर उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को देखने के लिए उनके फैंस की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी की आंखें नम थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे। उन्होंने अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्व. शारदा सिन्हा के छठ महापर्व पर सुरीली आवाज में गाए मधुर गाने बिहार और उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी भागों में गूंजा करते हैं। उनके निधन से संगीत के क्षेत्र में ही बल्कि पूरे बिहार को अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने स्व. शारदा सिन्हा की आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों, प्रशंसकों एवं अनुयाइयों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

ससुराल में लोगों ने कहा- छठी मैया की बेटी थीं
लोकगायिका शारदा सिन्हा के निधन के समाचार मिलते ही उनके ससुराल बेगूसराय जिला स्थित सीहमा गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शारदा सिन्हा बिहार ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने गीत के माध्यम से लोगों के बीच मौजूद थे और सदा रहेंगे। लेकिन, आज उनकी कमी पूरे जिले वासियों को खल रही है। लोग उन्हें छठी मैया की बेटी के रूप में भी संबोधित करते थे उनके ससुराल बेगूसराय जिला सीहमा गांव में लोग काफी शोकाकुल हैं तथा अपने-अपने ढंग से शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। लोगों ने बताया कि शारदा सिन्हा का अपने ससुराल से काफी लगाव था और वह प्रत्येक वर्ष अपने ससुराल सीहमा आती थी तथा यहां के लोगों को काफी मदद भी करती थी।

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