मध्यप्रदेश

वीआईटी विश्वविद्यालय द्वारा नियम उल्लंघन करने वाले छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई

भोपाल

दीपावली अवकाश के उपरांत विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधि पुनः प्रारंभ हुई है। विश्वविद्यालय में सभी कार्य सामान्य व सुचारू रूप से प्रारंभ हो चुके हैं तथा दिनांक 06 नवंबर 2024 से विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षाएं आरंभ होगी जिन्हें शांतिपूर्वक संचालित करने हेतु विश्वविद्यालय प्रबंधन पूर्णतः तैयार है।

वी.आई.टी. भोपाल विश्वविद्यालय में उन सभी छात्रों के विरूद्ध आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही की है जिन्होंने विश्वविद्यालय के नियमों का उल्लंघन किया था तथा इन सभी छात्रों व उनके अभिभावकों ने विश्वविद्यालय में प्रवेश के समय इस प्रकार की कार्यवाही को बिना किसी शर्त के लिखित में स्वीकार किया था। पूर्व में भी, उल्लंघनकर्ता छात्रों के विरूद्ध इसी प्रकार की कार्यवाही की गई थी तथा इस नियम में किसी भी प्रकार का कोई अपवाद नहीं हो सकता है। यह स्मरण योग्य है कि, वी.आई.टी. भोपाल विश्वविद्यालय एक स्वतंत्र स्वशासी संस्था है, जिसका गठन, म.प्र. निजी विश्वविद्यालय (स्थापना एवं संचालन) अधिनियम 2007 के प्रावधानों के अंतर्गत किया गया है तथा जो कि म.प्र. राजपत्र दिनांक 04 अगस्त 2017 में जारी व प्रकाशित "ऑर्डिनेंस" से शासित होती है तथा "ऑर्डिनेंस-03" स्पष्ट रूप से छात्रों द्वारा अनुशासन बनाए रखने तथा छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय के नियमों व विनियमों का उल्लंघन करने पर, बिना किसी अपवाद के, उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने के संबंध में स्पष्ट प्रावधान करता है। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय को अपनी स्वयं की "अनुशासनात्मक समिति तथा "शिकायत निवारण समिति विधि अनुसार गठित की गई है तथा इस हेतु कोई भी बाहरी हस्तक्षेप ना तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वीकार या अनुमत ही किया जा सकता है और ना ही विश्वविद्यालय पर अधिरोपित ही किया जा सकता है।

विश्वविद्यालय से बाहर के कुछ छात्र समूहों ने विश्वविद्यालय द्वारा अपने उन छात्रों जिनके द्वारा अशोभनीय व साथी छात्रों के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से उत्पीड़नपूर्ण कृत्य किए गए थे, के विरूद्ध की गई कार्यवाही को वापस लेने को मांग के संबंध में, विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का प्रयास किया था, जिन्हें विश्वविद्यालय में तत्समय उपस्थित अधिकारियों व डीन छात्र कल्याण, द्वारा समस्त वास्तविक स्थिति से अवगत करा दिया गया था।ऐसा प्रतीत होता है कि विश्वविद्यालय से बाहर के कुछ व्यक्ति अपनी छात्र राजनीति के नाम पर, विश्वविद्यालय में अप्रिय स्थिति निर्मित करने का प्रयास कर रहे हैं. जिसे विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र समुदाय से किसी प्रकार का कोई समर्थन प्राप्त नहीं हुआ है। कतिपय पूर्णतः असंगत घटनाओं व पूर्णतः बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किए गए अतिश्योक्तिपूर्ण तथ्यों को विश्वविद्यालय के विरूद्ध सनसनीखेज रूप देने के लिए, अनावश्यक रूप से बल दिया जा रहा है जो कि घोर निदंनीय है।

यह महत्वपूर्ण है कि वी.आई.टी. भोपाल विश्वविद्यालय में, देश में अग्रणि विश्वविद्यालय के रूप में विशेष नाम व ख्याति अर्जित की है तथा अपने भविष्य लक्षीय पाठ्यक्रमों के कारण देशभर के छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय की ओर आकर्षित होते हैं। वर्तमान में अनेक प्रतिष्ठित संस्थाएँ विश्वविद्यालय कैम्पस में छात्रों के कैम्पस भर्ती के लिए आ रही हैं। इस समय पर विश्वविद्यालय में शांति व सामान्य स्थिति बनी रहना आवश्यक है अन्यथा छात्रों व उनके भविष्य को अपूर्णीय क्षति कारित होगी।वी.आई.टी. भोपाल विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अपने छात्रों के साथ कथित अनुचित आचरण व दुर्व्यवहार से संबंधित असत्य व भ्रामक चित्रण प्रस्तुत किया गया है। उक्त कहानी पूर्णतः असत्य व शरारतपूर्ण है तथा विश्वविद्यालय को बदनाम करने के आशय से गढ़ी गई है।

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