इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज मार्क बुचर को लगता है कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप ने सबसे लंबे प्रारूप को फायदे की बजाय नुकसान ज्यादा पहुंचाया
लंदन
इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज मार्क बुचर को लगता है कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) ने सबसे लंबे प्रारूप को फायदे की बजाय नुकसान ज्यादा पहुंचाया है। दक्षिण अफ्रीका ने हाल ही में न्यूजीलैंड में टेस्ट श्रृंखला के लिए एक कमजोर टीम की घोषणा की है क्योंकि उसके शीर्ष क्रिकेटरों ने 'एसए20' (घरेलू फ्रेंचाइजी टी20 लीग) के दूसरे सत्र में खेलने के लिए अनुबंध किया है और इन दोनों प्रतियोगिताओं की तारीखें टकरा रही हैं।
बुचर ने विजडन क्रिकेट के साप्ताहिक पॉडकास्ट पर कहा, ''उन चीजों में से एक जिसने इसे और भी अपरिहार्य बना दिया है, उसे उन्होंने टेस्ट मैच क्रिकेट बचाने के प्रयास के तहत शुरू किया है और वह है विश्व टेस्ट चैंपियनशिप।'' उन्होंने कहा, ''मुद्दा यह है कि आपकी द्विपक्षीय श्रृंखला को प्रशंसकों और उसमें खेल रहे दो देशों के खिलाड़ियों की कल्पना पर हावी होना होगा और फिर व्यापक क्रिकेट देखने वाले लोगों की। और इसका एकमात्र तरीका यह है कि वे प्रतिस्पर्धी हों। और यह हमेशा से ऐसा ही था।''
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सहित शीर्ष क्रिकेट बोर्डों की कड़ी आलोचना की जब क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने दो टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए 14 सदस्यीय टीम में सात ऐसे खिलाड़ियों को जगह दी जिन्होंने अब तक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है।
बुचर ने कहा, ''टेस्ट मैच श्रृंखलाएं होती थी और प्रत्येक मैच अपने आप में महत्वपूर्ण था। विचार यह है कि आप पूरी चीज को तीन साल तक विस्तारित करते हैं। मुझे लगता है कि इसे प्रासंगिक बनाए रखने के लिए जो एकमात्र प्रयास किया गया है, उसने इसे और बदतर बना दिया है।''