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अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव इसी साल होने हैं, ओबामा को सताया किस बात का डर?, बाइडेन को दी चेतावनी तो हो गई खटपट

वाशिंगटन
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव इसी साल होने हैं। इसे लेकर रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच सीधी और कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच खटपट की खबरें सामने आ रही हैं। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट है कि ओबामा को डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने का डर सता रहा है। इसलिए उन्होंने बाइडेन से इस पर गौर करने और अपने चुनावी अभियान को तेज करने की सलाह दी थी। हालांकि बाइडेन ने इस चेतावनी को मानने से ही इनकार कर दिया। ओबामा ने बाइडेन से अपने दौर के चुनावी सलाहकारों से भी मदद लेने का आग्रह किया था, पर बाइडेन को यह सलाह रास नहीं आई।

वाशिंगटन पोस्ट द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, बराक ओबामा और जो बाइडेन के बीच व्हाइट हाउस में लंच का प्रोग्राम रखा गया था। यह कार्यक्रम न्यू ईयर से पहले दिसंबर के आखिरी सप्ताह का बताया जा रहा है। दोनों नेताओं के बीच मुलाकात में डोनाल्ड ट्रंप पर गंभीर चर्चा हुई है। रिपोर्ट है कि ओबामा ने बाइडेन से ट्रंप को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं। उन्होंने बाइडेन से कहा कि उन्हें अपनी चुनाव रणनीति बनाने वाली टीम को मजबूत करने की जरूरत है क्योंकि उन्हें डर है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के अगले राष्ट्रपति न बन जाएं।

बाइडेन ने इग्नोर की वॉर्निंग
मीडिया रिपोर्ट है कि ओबामा ने बाइडेन को यह तक सलाह दी कि अगर वो चाहें तो उनके दौर के चुनावी रणनीति बनाने वाली टीम की भी मदद ले सकते हैं लेकिन, बाइडेन ने इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट सामने आने के बाद बाइडेन की चुनावी टीम ने रविवार को उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि "हम एकजुट हैं और डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव में पीछे धकेलने के लिए वह सबकुछ करेंगे जो कर सकते हैं।"

ओबामा की चेतावनी पर बाइडेन की टीम चुप
हालांकि एक तरफ बाइडेन की टीम डेमोक्रेटिक पार्टी को एकजुट बता रही है लेकिन, जब पत्रकारों द्वारा बाइडेन की टीम से यह सवाल पूछा गया कि क्या वे ओबामा की सलाह पर काम कर रहे हैं या करेंगे? बाइडेन के चुनावी अभियान प्रबंधक क्वेंटिन फुलक्स ने एनबीसी न्यूज के "मीट द प्रेस" पर एक साक्षात्कार में सवाल के जवाब में चुप्पी साधी रही। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि अभियान पिछले साल अप्रैल महीने से शुरू हो चुका है।  उन्होंने आगे इस बात पर जोर दिया कि बाइडेन और ओबामा ट्रंप को हराने के लिए एक साथ हैं।

ट्रंप से क्यों डरे हैं ओबामा
पिछले साल, ओबामा के लंबे समय तक सलाहकार रहे एक्सेलरोड ने कहा था कि उन्होंने बाइडेन को अपनी अभियान रणनीति तेज करने की भी सिफारिश की थी। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन इस सलाह पर स्पष्ट रूप से चिड़ गए और इससे उन्हें दूर रहने और निकल जाने की सलाह तक दे डाली थी।

 

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