छत्तीसगढ़-बलौदाबाजार के दामाखेड़ा आश्रम में पत्थरबाजी करने पर 11 आरोपी गिरफ्तार
बलौदा बाजार।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में फिर से एक बड़ा बवाल हुआ है. दिवाली की जश्न के बीच बीती रात कबीर पंथ के गुरु प्रकाश मुनि साहेब के आश्रम दामाखेड़ा में फटाखा फोड़ने को लेकर बड़ा विवाद हो गया. इस दौरान उपद्रवियों ने आश्रम के अंदर बम फेंका और पत्थरबाजी भी की. घटना की गंभीरता को देखते हुए गृहमंत्री विजय शर्मा और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा रात में ही आश्रम पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से दामाखेड़ा आश्रम पर पुलिस बल तैनात किया गया है. यह मामला सिमगा थाना क्षेत्र का है. पुलिस के अनुसार, 1 नवंबर की रात लगभग 09:45 बजे कुछ आरोपी, जिनमें दुर्गेश देवांगन और प्रताप साहू शामिल हैं, लाठी, डंडा और बम पटाखों के साथ आश्रम में जबरदस्ती प्रवेश कर गए. आरोप है कि उन्होंने वहां जान से मारने की धमकी देते हुए अश्लील गालियां दीं और बम पटाखा फेंक दिया. इसके साथ ही पत्थरबाजी भी की गई. सिमगा थाना क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद पुलिस ने धारा 191(2), 193(3), 190, 331, 296, 351(3), 298 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है. मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फिलहाल, दामाखेड़ा आश्रम पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार, प्रकाश मुनि जी की शिकायत पर पुलिस ने दामाखेड़ा के सरपंच पति सहित अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है. वहीं 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और पुछताछ कर रही है वही घटना के बाद सरपंच पति फरार हो गया है. सरपंच पति पर पूर्व में भी संस्कृति विभाग द्वारा मेले के लिए दिये गए दस लाख रूपये गबन करने का आरोप लगा था. इस मामले में जनपद पंचायत सिमगा के तात्कालीन सीईओ और सरपंच सहित सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था. तब से विवाद की स्थिति बनी हुई थी. पुलिस ने घटना के बाद सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस का बल लगा या है वही एडिशनल एस पी एश्वर्या चंद्राकर ने बताया कि घटना के बाद सुरक्षा को लेकर पुलिस बल लगाया गया है 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है. अभी स्थिति शांतिपूर्ण है तथा नियंत्रण में है.