काटजू अस्पताल में आज गर्भवतियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य जांच व परामर्श शिविर
भोपाल
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को सिविल अस्पताल डॉ कैलाशनाथ काटजू भोपाल में गर्भवती महिलाओं और प्रसवोत्तर महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग व परामर्श प्रदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रत्येक माह की 9 व 25 तारीख़ को गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्ण जाँच कर High Risk Pregnancies का चिन्हांकन किया जाता है।
गर्भवती महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान मानसिक स्वास्थ्य में समस्या होने पर न सिर्फ माँ बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास पर भी प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए भोपाल ज़िले में इस कार्यक्रम में एक नया आयाम जोड़ते हुए विश्व मानसिक स्वास्थ्य माह के अन्तर्गत 25 अक्टूबर को डॉ कैलाश नाथ काटजू अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श एवं परिचर्चा सत्र आयोजित किया गया।
गर्भवती महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य के लिए कार्यक्रम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान शारीरिक के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है। इस दौरान महिलाएं डिप्रेशन, चिंता और अन्य मानसिक समस्याओं से ग्रसित हो सकती हैं। अतः इस संबंध में अस्पताल के स्टाफ के साथ-साथ महिलाओं और उनके परिवार के लोगों को जागरूक किया गया है। इन समस्याओं के लिए गर्भवती महिलाओं एवं उनके परिजनों को गर्भावस्था के दौरान देखी जाने वाली मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में विशेषज्ञों द्वारा आज जानकारी दी गई। दोपहर 11.00 बजे से आयोजित इस हेल्थ टॉक में मानसिक स्वास्थ्य के लक्षणों की पहचान एवं उसके उपचार के संबंध में परामर्श दिया गया।
काटजू अस्पताल के अधीक्षक भी उपस्थित रहे
शिविर के दौरान 240 महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य विशेषकर प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल पर जागरूक किया गया। शिविर में गर्भवती महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की गई और समस्या पाए जाने पर उन्हें दवाएं और मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (मनकक्ष), भोपाल के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ आर के बैरागी, चिकित्सा मनोवैज्ञानिक राहुल शर्मा, डॉ श्वेता सिंह, डॉ रोहिता बी. सतचित बब्बर, ऋचा सहारे शामिल रहे। बता दें कि हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष पूरे अक्टूबर माह में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है । काटजू में आयोजित कार्यक्रम में मानसिक रोग विशेषज्ञों द्वारा मानसिक समस्याग्रस्त महिलाओं के caregivers का उन्मुखीकरण भी किया गया व मानसिक स्वास्थ्य मनहित एप और टेलीमानस कार्यक्रम पर लोगों को जागरूक किया गया।