राजनीति

MP में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के समन्वयक तैयार, इंदौर में बाला बच्चन, नकुलनाथ को भी मिली जिम्मेदारी

भोपाल / इंदौर
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों के लिए कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति कर दी है। लोकसभा चुनाव के करीब चार महीने पहले विधायक, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्रियों को एक-एक लोकसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसे विधानसभा चुनाव में मिली हार के सबक के तौर पर भी देखा जा रहा है।

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने शुक्रवार को कहा कि अगर हनी ट्रैप मामले की जांच में किसी बड़े राजनेता या नौकरशाह की भूमिका मिलती है तो वह भी कानूनी कार्रवाई से बच नहीं सकेगा. गृह मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब इस हाई-प्रोफाइल सेक्स स्कैंडल मामले में शामिल कई बड़े हस्तियों को लेकर अटकलें दिनों-दिन तेज होती जा रही हैं.

किसे कहां का बनाया समन्वयक

मुरैना-जयवर्धन सिंह, भिंड- नितेंद्र सिंह राठौड़, ग्वालियर- विपिन वानखेड़े, गुना- लाखन सिंह यादव, सागर- रामचंद्र दांगी, टीकमगढ़- फूल सिंह बरैया, दमोह- लखन घनघोरिया, खजुराहो- संजय यादव, सतना- तरुण भनोत, रीवा- रजनीश सिंह, सीधी- विनय सक्सेना, शहडोल- अशोक मर्सकोले, जबलपुर- सुखदेव पांसे, मंडला- सुखेंद्र सिंह, बालाघाट- संजय शर्मा, छिंदवाड़ा- सुनील जायसवाल, होशंगाबाद- दीपक जोशी, विदिशा- हर्ष यादव, भोपाल- प्रियव्रत सिंह, राजगढ़- सत्यनारायण पटेल, देवास- विशाल पटेल, उज्जैन- बाबूलाल यादव, मंदसौर- दिलीप सिंह गुर्जर, रतलाम- सचिन यादव, धार- रवि जोशी, इंदौर- बाला बच्चन, खरगोन- रामलाल मालवीय, खंडवा- आरके दोगने, बैतूल- आरिफ मसूद।

जांच करने वाले अधिकारियों को संदेह है कि आपत्तिजनक सामग्री के जरिये "शिकार" को ब्लैकमेल करने के लिए हनी ट्रैप गिरोह ने राजनेताओं और नौकरशाहों समेत कई रसूखदारों को भी अपने जाल में फंसाया था.

बाला बच्चन ने इंदौर में मीडिया से बात करते हुए कहा, "मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में हनी ट्रैप मामले की निष्पक्ष जांच करायी जा रही है. कोई भी जन प्रतिनिधि या नौकरशाह, अगर हनी ट्रैप मामले में शामिल है पाया जाता है तो वह कानूनी कार्रवाई से नहीं बच पायेगा."

आगे बढ़ चुकी है पुलिस की जांच

गिरोह के जाल में फंसे रसूखदारों के नाम जाहिर न किए जाने के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री ने कहा, "सही समय आने दीजिये, इस मामले में सभी नामों का खुलासा हो जायेगा."

हनी ट्रैप मामले में प्रदेश पुलिस मुख्यालय के गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख को आनन-फानन बदले जाने पर बच्चन ने कहा, "यह बदलाव प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा था. जो हो गया, वह हो गया. वैसे भी मामले में पुलिस की जांच काफी आगे बढ़ चुकी है."

गौरतलब है कि सूबे के पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (काउंटर इंटे‍लिजेंस) संजीव शमी को एसआईटी प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी है. शुरूआत में पुलिस महानिरीक्षक (अपराध अनुसंधान) डी श्रीनिवास वर्मा को जांच कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था.

गृह मंत्री ने कहा निष्पक्ष तरीके से होगी जांच

गृह मंत्री ने कहा, "एसआईटी की जांच पर भरोसा रखिये. जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा." कांग्रेस पर हनी ट्रैप मामले में राजनीतिक फायदा उठाने के बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए बच्चन ने कहा, "मामले में कानून पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है और अब जिसे जो अनुमान लगाना है, लगाता रहे."

हनी ट्रैप गिरोह के जाल में फंसने वाले लोगों में अब तक इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह का ही नाम आधिकारिक तौर पर सामने आया है. हरभजन सिंह की ही शिकायत पर पुलिस ने 19 सितंबर को हनी ट्रैप गिरोह का औपचारिक खुलासा किया था. जिसके बाद पांच महिलाओं समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

 

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