खेल-जगत

खो-खो फेडरेशन एक महीने का फिटनेस और प्रशिक्षण शिविर लगाएगा

नई दिल्ली
 अगले साल जनवरी में होने वाले पहले खो-खो वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए खो-खो फेडरेशन ऑफ़ इंडिया भारतीय टीम का आठ दिसम्बर 2024 से एक माह का फिटनेस और प्रशिक्षण शिविर लगाएगा। भारत के प्राचीनतम खेलों में से एक खो-खो के इस विश्व कप के उद्घाटन संस्करण का आयोजन 13 से 19 जनवरी 2025 तक नई दिल्ली में होगा।

इस आयोजन में छह महाद्वीपों के 24 देश भाग लेंगे, जिनमें 16 पुरुष और 16 महिला टीमें शामिल होंगी।

अन्तर्राष्ट्रीय खो खो फेडरेशन के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने बताया कि इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित किये जाने बाले इस कैंप के माध्यम से खिलाडियों में टीम भावना भरने के साथ खिलाड़ियों की शारीरिक और मानसिक क्षमता को बढ़ाने पर फोकस किया जायेगा ताकि वह अन्तराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

उन्होंने बताया कि इस प्री सीजन फिटनेस और फील्डिंग ट्रेनिंग कैंप में खिलाडियों के फिटनेस स्तर, स्फूर्ति, नेतृत्व ,रणनीतिक सोच तथा खेल के मैदान में बेहतर प्रदर्शन के लिए व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा ताकि वह विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने बताया कि महिला और पुरुष प्रत्येक टीम के 60- 60 खिलाडियों को विश्व कप की प्रतिस्पर्धा के विभिन्न पहलुओं के बारे में इस कैंप में गहन प्रशिक्षण दिया जायेगा।

अन्तर्राष्ट्रीय खो-खो फेडरेशन के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने बताया कि इन 60 खिलाडियों का चयन राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप में उनके बेहतर प्रदर्शन के आधार पर नेशनल सिलेक्शन कमेटी द्वारा किया गया है।

उन्होंने बताया कि खिलाडियों को दबाव से मुक्त रखने और कठिन परिस्थितियों में तनाव मुक्त तरीके से खेलने के लिए एक खेल मनोवैज्ञानिक की व्यवस्था की गई है ताकि वह अपनी चुनौतियों के बारे में खुल कर बात कर सकें।

इस प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से खो-खो वर्ल्ड कप के लिए महिला और पुरुष दोनों टीमों के लिए 15-15 खिलाडियों का चयन किया जायेगा।

मित्तल ने बताया कि इस समय खो-खो विश्व के 54 देशों में खेला जा रहा है और इनमे से 23 देशों की 32 टीमें वर्ल्ड कप में हिस्सा लेंगी जबकि कुछ देश ऑब्जरवेशन डेलिगेट भेजेंगे। उन्होंने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय टीमें दस जनवरी, 2025 से नई दिल्ली पहुंचना शुरू हो जाएंगी तथा खो खो फेडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा मेहमान टीमों के रहने, खाने और परिवहन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इस चैंपियनशिप में विदेशों से 800 खिलाडी ,सहायक स्टाफ और कोचों के हिस्सा लेने की संभावना है तथा कहा कि खो-खो फेडरेशन ऑफ़ इंडिया इन सभी को सभी सुविधाएं निशुल्क प्रदान करेगा।

मित्तल ने बताया कि इस चैंपियनशिप के आयोजन पर लगभग 75 करोड़ रूपये खर्च आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि “ईज़ माई ट्रिप ” को ट्रेवल और होस्ट पार्टनर चुना गया है जबकि बाकि मुद्दों पर स्पॉन्सरशिप के लिए कॉर्पोरेट घरानों से बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा भी इस आयोजन की फंडिंग की संभावना है ।

उन्होंने बताया कि स्टार स्पोर्ट्स सभी मैचों की लाइव कवरेज करेगा जबकि सभी मैचों की लाइव स्ट्रीमिंग सोशल मीडिया के माध्यम से की जाएगी। मैच के दौरान दर्शकों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए दर्शकों को मुफ्त प्रवेश दिया जायेगा तथा इसके अतिरिकत छोटे बच्चों में खो-खो के प्रति आकर्षण और रूचि पैदा करने के लिए दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी शिक्षण संस्थानों के बच्चों को मैच देखने के लिए आमंत्रित किया जायेगा।

खो-खो फेडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा विश्व कप से पहले, खो-खो खेल को बढ़ावा देने के लिए 10 शहरों के 200 शीर्ष स्कूलों में खेल को ले जाने की योजना बनाई गई है। महासंघ स्कूली छात्रों के लिए सदस्यता अभियान भी चलाएगा, जिसका उद्देश्य विश्व कप से पहले कम से कम 50 लाख खिलाड़ियों को पंजीकृत करना है।

सुधांशु मित्तल ने बताया कि हम 2025 में पहले खो-खो विश्व कप के लिए आधिकारिक भागीदार बनने के लिए उत्साहित हैं। यह आयोजन न केवल खो-खो की गतिशील भावना को प्रदर्शित करने में बल्कि ओलंपिक और एशियाई खेलों में इसे लाने की आकांक्षाओं के साथ वैश्विक मंच पर इसके समावेश को बढ़ावा देने में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह ऐतिहासिक चैंपियनशिप खो-खो के लिए एक बड़ी छलांग है, जिसने इसे एक प्रिय स्थानीय खेल से वैश्विक इवेंट में बदल दिया है। भारत इस खेल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है और 2025 विश्व कप गति, रणनीति और खेल उत्कृष्टता का एक अविस्मरणीय उत्सव होने का वादा करता है।

 

 

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