गुना, Real India News. मध्यप्रदेश में एक तरफ मानसून की बेरुखी है, वहीं दूसरी तरफ गुना के एक गांव में इस तरह ओले गिरे कि वहां रहने वाले लोग सहम गए। खेत में भरे पानी और टीनशेड पर गिर रहे अमरूद के साइज के ओले इस तरह आवाज कर रहे थे, जैसे आसमान से कोई ओलों की फायरिंग कर रहा हो। यहां 4 से 5 मिनट तक ऐसे ही ओले गिरते रहे। ऊपर दिखाई दे रहा वीडियो गुना शहर से 15 किमी दूर रिछेरा चोरोल गांव का है। रविवार सुबह यहां बारिश के साथ बड़े-बड़े ओले गिरने लगे। लोगों को इससे बचने के लिए यहां-वहां छिपना पड़ा। इस बीच कुछ लोगों ने धान के खेतों में गिरते ओलों का वीडियो बना लिया। शनिवार-रविवार की रात को जिले में मानसूनी बारिश शुरू हुई। रुक-रुक कर कई बार पानी गिरता रहा। रात भर में जिले में 2.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। रविवार सुबह से हल्की बारिश जारी है। जिले के कुछ गांव में बड़े-बड़े ओले भी गिरे हैं। मौसम वैज्ञानिक रणवीर रघुवंशी ने बताया कि बिहार, उत्तराखंड की और से बादल वापस आए हैं। इस कारण कुछ जगह ओले गिरे हैं। उस तरफ जब बादल जाते हैं तो बर्फ के पहाड़ों से टकराकर कुछ बर्फ अपने साथ ले आते हैं। जहां भी ये थोड़े नीचे की ओर आते हैं तो ओलावृष्टि होती है। यही कारण रहा कि जिले के कुछ गांव में बड़े-बड़े ओले गिरे हैं। यह बारिश अभी जारी रहेगी। अभी लगभग 200 वर्ग किमी के इलाके में बादल आए हुए हैं। दबाव कम होने के चलते इन इलाकों में बारिश शुरू हुई है। अभी 2-3 दिन तो रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। अभी गुना, अशोकनगर, शिवपुरी में बादल काफी नीचे आ गए हैं।
जिले में 15 दिन पहले मानसून आ जाने के बाद भी जून और जुलाई में पर्याप्त बारिश नहीं हो पाई। जुलाई के शुरुआती पखवाड़े में केवल 3 दिन ही बारिश हुई। 15 जुलाई तक जिले में 157.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यह सामान्य बारिश से लगभग 90 मिमी कम है। बारिश न होने के कारण किसानों ने सोयाबीन की बोवाई नहीं की है। वहीं अब समय निकल जाने के कारण सोयाबीन की बोवाई होने की संभावना कम ही है।