दिल्ली (RIN)। हमारा देश भारत संस्कारों व संस्कृति का देश है। हमारे यहां कोई भी संस्कार हो हम लोग भोजन को विशेष महत्व देते हैं। यदि हमें यह पता चले की साढ़े छ: टन से अधिक भोजन बर्बाद हो जाता है तो आप को आश्चर्य होगा, लेकिन यह सत्य है कि हमारे यहां हर साल 92 हजार करोड़ से अधिक का भोजन बर्बाद हो जाता है। आपको बतादें सबसे ज्यादा 61 फीसदी खाना बर्बाद घरों में होता है। उसके बाद होटल समेत खाना खिलाने वाली अन्य जगहों पर 26 फीसदी और फिर खुदरा दुकानों में 13 फीसदी खाना बर्बाद होता है। अमेरिका की गिनती दुनिया के विकसित देशों में होती है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि यहां हर साल कितना खाना बर्बाद हो जाता है। एक सर्वे अनुसार अमेरिका में 4 करोड़ टन खाना हर साल बर्बाद होता है। यूके में हर साल लगभग 3.6 लाख टन खाना बेकार होता है, जो की बड़े तौर पर किसानों, मैन्युफैक्चर, प्रोसेसर, होलसेलर, रिटेलर और फूड सर्विस कंपनियां के कारण होता है।
एक सर्वे के अनुसार चीन में लगभग 3.5 करोड़ टन खाना बर्बाद होता है, जिससे लगभग 3 से 5 करोड़ लोगों को खिलाया जा सकता है, ये खाना सप्लाई चैन के लास्ट स्टेज, ग्रोसरी स्टोर और खपत के दौरान होता है। रूस में मॉस्को टाइम्स के अनुसार हर साल लगभग 1.7 करोड़ टन खाना बर्बाद होता है। इस खाने से लगभग 3 करोड़ लोगों का पेट भर सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में लगभग 6.7 करोड़ टन खाना हर साल बर्बाद होता है, इसकी कीमत लगभग 92,000 करोड़ के करीब है।