राजस्थान-दौसा में भितरघात के शिकार हुए किरोड़ीलाल के भाई जगमोहन
दौसा.
राजस्थान उपचुनावों की बहुचर्चित सीट दौसा में भजनलाल सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा चुनाव हार गए हैं। जगमोहन मीणा को कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा (डीसी बैरवा) ने 2300 मतों से अंतर से चुनाव हराया है। लेकिन नतीजे आने के साथ ही जगमोहन ने एक बयान देकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।
उन्होंने हार का ठीकरा बीजेपी पर ही फोड़ दिया है। जगमोहन ने इशारों में कहा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि हार के क्या कारण रहे। ये आपको भी मालूम है। जब अपने ही बेवफा हो जाएं तो क्या कीजिए। यह सीट बीजेपी से ज्यादा किरोड़ीलाल मीणा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई थी। लेकिन वह यहां अपनी प्रतिष्ठा नहीं बचा पाए। इसके पीछे कारण भितरघात को भी माना जा रहा है। क्योंकि यहां मीणा के भाई को टिकट दिए जाने पर किसी ने सरेआम तो मुखालफत नहीं कि लेकिन अंदरखाने पार्टी में रोष बताया जा रहा है। ऐसी चर्चा थी कि मतदान वाले दिन यहां बीजेपी के कार्यकर्ताओं में कोई उत्साह नहीं था। किरोड़ीलाल पूरे मुकाबले में अकेले पड़ गए थे।
दौसा में बीजेपी की हार से अब यहां नए सियासी समीकरण बनने के आसार हो गए हैं। किरोड़ीलाल मीणा के दबदबे वाले इलाके में ही उनकी हार से उन पर सवाल उठेंगे। किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे को लेकर भी अब कोई बड़ा अपडेट आ सकता है।